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रविवार, 17 जुलाई 2022

मानव इतिहास की सबसे बड़ी खोज कौन सी है?

यह कहना गलत नहीं होगा की, पहिया आजतक के सबसे उपयोगी invention में से एक है | इसकी मदद से भारी से भारी चीजों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना काफी ज्यादा आसान हो गया | इसकी बनावट मानव इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक है | इसके बिना आज किसी भी चलने वाली वस्तु की कल्पना करना भी असंभव सा लगता है |

अब मानव इतिहास की सबसे बड़ी खोज पहिए की है ।

.हाल ही का नया उदाहरण है।

तस्वीर को देखने के बाद आपको खुशी मिलेगी। जैसा की आप और हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की 60प्रतिशत जनता खेती पर निर्भर है। खेती के लिए लोग बैलों का इस्तेमाल करते हैं। बैल की मदद से हम खेत जोतते हैं, वहीं कई बार हम अनाजों को भी बैल की मदद से एक जगह से दूसरे जगह ले जाते हैं। अभी जो तस्वीर वायरल हो रही है उसमें देखा जा सकता है कि एक शख्स बैलगाड़ी के आगे एक पहिया लगा देता है ताकि बैलों पर इसका असर कम हो सके

बैलों का लोड कम करने के लिए... बैलों का लोड कम करने के लिए बैलगाड़ी पर लगाया गया रोलिंग स्पोर्ट।

इसी तरह इंसानियत का विकास हुआ है। टेक्नोलॉजी के लाभ के हकदार पशु भी होते हैं। यही तकनीक का सही इस्तेमाल है।

राजारामबापू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कुछ छात्रों ने उन बैलों की गर्दन के बोझ को कम करने के लिए एक कमाल की चीज बनाई है, जो बारह महीने कृषि क्षेत्र में काम करते हैं और गन्ना परिवहन करते समय भारी बोझा ढोते हैं। ।

सोशल मीडिया पर छात्रों के इस आविष्कार की सराहना हो रही है। बता दें, इस रोलिंग सपोर्ट के जरिए बैलों के कंधो पर से गन्ने का वजन या अन्य वजन हल्का होने में मदद मिलेगी।

आरआईटी राजारामबापू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग विभाग के अंतिम वर्ष में पढ़ रहे सौरभ भोसले, आकाश कदम, निखिल तिपायले, आकाश गायकवाड़ और ओंकार मिरजकर ने 'सारथी' प्रोजेक्ट के तहत गन्ना बैलगाड़ी के लिए रोलिंग सपोर्ट बनाया है।

इस आविष्कार के लिए छात्रों ने दो बैलों के बीच एक तीसरा पहिया लगाया, जो बैलों पर भार को कम करता है और बैलगाड़ी को पूरी तरह संतुलित भी रखता है! इतना ही नहीं, यह रोलिंग सपोर्ट बैलों की ऊंचाई के हिसाब से ऊपर और नीचे भी किया जा सकता है। और हां, गन्ने की भराई और उसे लाने ले जाने के दौरान भी रोलिंग सपोर्ट एडजस्ट किया जा सकता है। बैलगाड़ी चालक, किसान और मिल के लोग इसकी सराहना कर रहे हैं।

अन्त मे हमारा पहिया।

.courtesy Google