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रविवार, 30 जुलाई 2023

खेतों में दरारें फूट रही हैं!

हमारे यहां घाघ की कहावतें बहुत प्रसिद्ध हैं खासकर मौसम को लेकर…

एक कहावत है: "जब जेठ बहे पुरवाई, तब सावन धूल उड़ाई"

और हकीकत यही है कि जेठ में खूब बारिश होने के बाद अब सावन में खेतों में दरारें फूट रही हैं!

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