सुबह से जब खेत में काम कर रहे हों और ऐसे घर वाले रोटियां लेकर आते दूर से दिख जाएं तब कितनी खुशी होती है ये सिर्फ वही समझ सकता है जो सुबह से खेत में मेहनत कर रहा हो। उस खुशी को शब्दों में बयान करना मुश्किल है। चाहे चटनी रोटी ही क्यों ना मिल जाएं लेकिन खेत में सुबह से काम कर रहे इंसान के लिए वो किसी मिठाई से कम नहीं होती हैं।
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