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सोमवार, 26 सितंबर 2022

आर्थिक जीवन में सबसे महत्वपूर्ण क्या है?एक रिटायर आदमी घर में रहकर कौन सा व्यवसाय कम लागत पर प्रारंभ कर सकता है?

आपका सवाल और सोच दोनों ही सराहनीय हैं। अक्सर लोग रिटायरमेंट के बाद, काम करना बंद कर देते हैं। ये सोच कर घर पर बैठ जाते हैं, कि अब उनके काम करने की उम्र खतम हो गई। रिटायरमेंट के बाद, खाली समय में बुरे विचारों और रोगों से घिर जाने की वजह से रिटायरमेंट लाइफ अभिशाप साबित होने लगती है।

आप रिटायर होकर घर में रहते हुए अगर कोई व्यवसाय करते हैं, तो आमदनी के साथ-साथ आपकी आगे की ज़िंदगी भी काफी खुशनुमा साबित हो सकती है। कपड़े का कारोबार ऐसा विकल्प है, जिसे चुनकर बेहद कम लागत में शुरू करके पैसे कमाए जा सकते हैं। इसके लिए कपड़ों के कुछ स्टॉक्स और रेंज अपने घर में रखें और फिर, आस-पड़ोस, नाते रिश्ते, अपने रिटायर्ड दोस्तों, उनके परिवार के लोगों को बड़ी आसानी से कपड़े बेच सकते हैं। कपड़े हर किसी की ज़रूरत होती है, ऐसे में इस व्यवसाय को करने का फैसला ग़लत साबित नहीं हो सकता।

लेकिन ज़रूरी ये है कि कम लागत में इसे करने के लिए, आपके पास कपड़ों की एक सम्मानजनक रेंज घर पर मौजूद हों, जिन्हें दिखाकर आप सेल कर पाएं। हालांकि, ऑनलाइन भी सोशल नेटवर्किंग प्लॉटफॉर्म्स पर आप अपने जानने वालों के साथ कपड़ों की तस्वीरें, प्राइस डिटेल्स आदि शेयर करके उन्हें बेच सकते हैं। आपकी इस कोशिश में आपकी मदद करने के लिए देश के टेक्सटाइल हब सूरत स्थित क्लोदिंग कंपनी अजमेरा फैशन सदैव तत्पर है। यहां से आप 20–25000 की रकम के साथ माल खरीद कर ये काम घर से शुरू कर पाएंगे। अब तक यहां से जुड़कर, सैकड़ों रिटायर्ड लोगों ने घर से कपड़े का व्यवसाय शुरू करके खुश हैं। आप भी उनमें से एक हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कंपनी की प्रोफाइल चेक कर सकते हैं, जहां आपके तमाम सवालों के जवाब मिल सकते हैं।

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ऐसा कौन सा व्यापार है जो बिना दुकान के भी किया जा सकता है?

कपड़े का व्यापार बिना दुकान के भी किया जा सकता है। वैसे तो कपड़े की दुकानें हर चौक-चौराहे, मार्केट वगैरह में आपको देखने को मिल जाएंगी। लेकिन आपको जानकर हैरानी और खुशी भी होगी कि, ये व्यापार बिना किसी दुकान के भी चलाया जा सकता है। आप अपने घर पर भी कपड़ों की रेंज मंगवा कर इस बिजनेस में हाथ आजमा सकते हैं। यानी हर महीने, किसी दुकान के किराए या कोई नई दुकान बनवाने के खर्च को स्किप करके भी कपड़े बेचे जा सकते हैं। सूरत की जानी-मानी कपड़ा कंपनी अजमेरा फैशन, महिलाओं और युवकों को घर बैठे कपड़े का व्यापार करने के लिए अक्सर प्रोत्साहित करती है। यहां से आप कपड़ों के अलग-अलग कैटगरी में से चुनाव कर सकते हैं। गारमेंट की कोई भी एक कैटगरी चुनकर, कलेक्शन अपने घर पर मंगवा कर ये व्यापार किया जा सकता है। सबसे खास बात ये है, कि ये एकमात्र ऐसी कंपनी है जो रिटेलर्स को सीधा फैक्ट्री प्राइस पर कपड़े उपलब्ध कराती है। इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए ज़रूर कॉन्टॅक्ट करें-

अजमेरा फैशन प्रा.लि.

+91 6358863702, +91 8469338566

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रविवार, 11 सितंबर 2022

बच्चे कभी इतनी बड़ी बात कह देते हैं की हम आश्चर्य में पड़ जाते हैं

निकट भविष्य मे कई नौकरियाँ खत्म होने की कगार पर है।। भविष्य से पूर्व थोडा भूतकाल मे चलते है।

आपने गन्ना तौल केन्द्र देखा होगा वहाँ पर एक पुल जैसा ढांचा बना होता था।

1 से दिखाई जगह पर से मजदूर गन्ने की गठरी लेकर चढते थे। और 2 से दिखाई जगह पर ट्रक/ट्रॉली खडी रहती थी। मजदूर उन गन्नो को ट्रक/ट्रॉली मे डालते थे। औसतन एक तौल केन्द्र पर 8–10 मजदूर काम करते थे। अब इन 8–10 मजदूरो की छुट्टी हो गयी है और इनकी जगह 1–2 मजदूर काम करते है। साथ ही 1 मे दिखाया गया ढाँचा गायब हो चुका है। और अब इस मशीन का प्रयोग जमीन पर पडे गन्ने को ट्रक मे भरने मे किया जाता है। लाखो मजदूरो का धंधा छुटा और उनकी जगह हजारो लोगो ने ले ली।

पहले आपको गेहूँ कटाई के सीजन(मई जून) मे खेतो मे गेंहू काटते मजदूर मिल जाते थे। शहर मे रहने वाले गरीब लोग सपरिवार गाँवो मे गेहूँ काटते थे और 1 साल तक का गेहूँ कमाकर ले जाते थे। अब उन मजदूरो की भी छुट्टी होने लग रही है उनकी जगह भी मशीने आ गयी है। जिससे लाखो लोगो का रोजगार खत्म होने लग रहा है।

आगे चलते है, पानी ठंडा रखने के लिये पहले घडो का प्रयोग किया जाता था, कुम्हार लोग घडे बनाते थे, दीपावली पर मिट्टी के दियो का प्रयोग होता था लेकिन आज रेफ्रिजरेटर और बिजली झालरो के प्रयोग से कुम्हारो के चाक ने घूमना बंद कर दिया और लाखो लोगो का रोजगार खत्म हो गया।

लाखो लोग तमाशे, सांग(नुक्कड, स्वांग),सपेरो द्वारा खेल दिखाकर रोजी रोटी कमाई जाती थी लेकिन पिछले 10–15 साल मे मोबाईल फोन, इंटरनेट क्रांति आने से ये धंधे बंद हो चुके है और लाखो लोगो का रोजगार खत्म हो गया।

किसी पाठक बंधु को कुछ और याद आये तो बताने का कष्ट करियेगा।

अब बात करते है भविष्य की। आने वाले समय मे आपको सेठो की दुकान पर बैठने वाले मुनीम नही दिखाई देंगे क्योंकि UPI के प्रयोग से उनके पास पैसो का हिसाब किताब आसानी से रहेगा।

गली मोहल्ले मे खुली गारमेंट्स,इलेक्ट्रोनिक, जूते आदि की दुकानें भी खत्म हो जायेगी क्योंकि लोग ऑनलाईन समान मंगायेंगे, मंगा भी रहे है और इस ऑफलाईन मार्केट से जुडे लोग बेरोजगार हो जायेंगे।

शिक्षक, जी हाँ आप सही पढ रहे है आने वाले समय मे विद्यालयों मे 1–2 लोग ही दिखाई देंगे। ये लोग भी केवल व्यवस्था सम्हालने के लिये होंगे इन्हे आप चपरासी भी कह सकते है। क्योंकि आने वाले समय मे पढाई ऑनलाईन होगी।गिने चुने टीचर लेक्चर देंगे और लाखो विद्यालय उस वीडियो को लाईव कक्षा मे दिखायेंगे। इसलिये स्मार्ट क्लासेज पर ज्यादा ध्यान स्कूल और सरकार दे रही है।

इंजीनियर भी गायब हो जायेंगे, AI यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस खुद से ही नक्शे, डिजाईन बनाया करेंगे।

और अंत मे नाम आता है सैनिक का। जी हाँ भविष्य यानि की लगभग 2060 तक सैनिक नाम के मानव वही रहेंगे उनकी जगह रोबोट्स या ड्रोन ले लेंगे। भारत मे भी यही होगा लेकिन थोडा देर सबेर हो सकता है। केवल गिने चुने लोग रहेंगे जो इन्हे ऑपरेंट करेंगे या फिर कंट्रोल करेंगे।

और हम लोग मोदी को कोसते रहेंगे क्योंकि हमे समय के साथ नही चलना है। जो लोग चले है समय के साथ वे लोग ऊपर बताये गये भूतकाल के रोजगारो को भूल चुके है और आज उन्हे रोजगार की श्रेणी मे मानते ही नही। वैसे ही भविष्य मे भी लोग भी सब भूल जायेंगे और अस्तित्व की लडाई मशीनो से लडेंगे जिन्हे की आजकल मानव सिर पर रखे हुए है।

शनिवार, 10 सितंबर 2022

नीट क्या है कैसे करें – Neet Full Form in Hindi

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अगर आप डॉक्टर बनना चाहते है तो आपको neet kya hai (नीट क्या है) के बारे में जानने की जरूरत है क्योंकि इसी परीक्षा के माध्यम से स्टूडेंट्स MBBS, BDS जैसे मेडिकल कोर्सेज में दाखिला लेते है. इस आर्टिकल के माध्यम से आप नीट का फुल फॉर्म के साथ neet full details in hindi जान जाएंगे.

जो विद्यार्थी बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ बाहरवीं कर रहे है या करना चाहते है, उनके मन में नीट से जुड़े कई सवाल जैसे नीट का हिंदी अर्थ, नीट का फुल फॉर्म इन हिंदी, नीट का मतलब क्या होता है, नीट में कितने चांस मिलते है मन में उपजते है. विद्यार्थियों के इन सभी सवालों का जवाब आपको यहाँ दिया गया है ताकि आप फिर से यह न पूछें कि neet kya hota hai या नीट एग्जाम क्या है.

भारत में मेडिकल क्षेत्र में प्रोफेशनल में बहुत ज्यादा मांग है और इस क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी डॉक्टर निभाते है. डॉक्टर बनने के लिए स्टूडेंट्स को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा कराई जाने वाली नीट परीक्षा पास करनी पड़ती है और फिर एमबीबीएस में प्रवेश मिलता है.

ऐसे में जो स्टूडेंट्स नीट परीक्षा देने चाहते है, उन्हें राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानि नीट के पेपर से जुड़ी जानकारी NEET ka paper kis language me hota hai, नीट का पेपर हिंदी में होता है या इंग्लिश में, neet meaning in hindi, नीट क्या है, Neet Ka Full Form Kya Hai, neet me kya hota hai यहाँ दी गई है.

Contents [show]

नीट क्या है – What is Neet Exam in Hindi

नीट क्या है

नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) भारतीय मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में MBBS और BDS प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाने वाला एक क्वालिफाइंग टेस्ट है। यह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है।

जो students इन MBBS एवं BDS मेडिकल कोर्सेज में अध्ययन करना चाहता है, उनके पास 12वीं में अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान / बायोटेक्नोलॉजी होना आवश्यक है और इन विषयों में उत्तीर्ण होना चाहिए। काउंसलिंग राउंड के समय स्टूडेंट्स को अपना पासिंग सर्टिफिकेट दिखाना होता है। NEET परीक्षा में 12th में गणित विषय का होना जरूरी नहीं है।

पहले नीट को All India Pre-Medical Test (AIPMT) के नाम से जाना जाता था और इसका आयोजन Central Board of Secondary Education (CBSE) द्वारा किया जाता था लेकिन सरकार द्वारा अब इसे बदलकर नीट कर दिया गया है और इसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा होता है। NTA द्वारा NEET-UG Courses के साथ-साथ NEET-PG Courses में प्रवेश के लिए भी लिए entrance exam का आयोजन कराया जाता है।

वर्ष 2020 से राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली कई प्रवेश परीक्षाओं को समाप्त कर दिया गया है। अब नीट परीक्षा एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा है जिसे देश के विभिन्न सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ AIIMS और JIPMER संस्थानों में भी प्रवेश लेने के लिए पास करना जरूरी है।

National Eligibility Entrance Test (NEET) भारत में undergraduate medical courses में प्रवेश लेने के लिए आयोजित होने वाली एकमात्र प्रवेश परीक्षा है। यही वजह है कि इसमें हर साल बड़ी संख्या में परीक्षार्थी आते हैं। स्टूडेंट्स नीट के बारे में संक्षिप्त जानकारी नीचे दी गई टेबल से जान सकते है।

परीक्षा का नामNational Eligibility cum Entrance Test (NEET)
आयोजनकर्ताNational Testing Agency (NTA)
केटेगरीUndergraduate
लेवलNational Level
CoursesMBBS and BDS
Exam ModeOffline
Total SeatAround 1.63 lakh (MBBS + BDS)
Course Duration5 Years
Official Websiteneet.nta.nic.in

कुछ स्टूडेंट्स जानना चाहते है कि नीट का पेपर हिंदी में होता है या इंग्लिश में / NEET ka paper kis language me hota hai तो उन्हें बता दें कि नीट का पेपर 13 भाषाओं में होता है। यह भाषाएं English, Hindi, Assamese, Bengali, Gujarati, Marathi, Tamil, Telugu, Oriya, Kannada, Malayalam, Punjabi और Urdu है। सभी भाषाओं के पेपर में English अनिवार्य रूप से होती है और अन्य भाषाएं secondary language के रूप में दी होती है।

जिस प्रकार इंजीनियरिंग/आईआईटी करने के लिए JEE Mains & Advanced Exam होते है, उसी प्रकार मेडिकल क्षेत्र में MBBS/BDS जैसे पॉपुलर कोर्सेज में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा का आयोजन होता है।

Neet Full Form in English

The NEET full form in English is the National Entrance cum Eligibility Test. The exam is conducted by the National Testing Agency for admission to various medical courses like MBBS, BDS in both government and private medical colleges.

Neet Full Form in Hindi

आपने नीट की अंग्रेजी में फुल फॉर्म जान ली लेकिन neet को हिन्दी में क्या कहते है या इसकी हिन्दी में फुल फॉर्म क्या है, इस बारे में भी आप यहाँ देख सकते है. नीट का फुल फॉर्म इन हिंदीराष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा

नीट की परीक्षा देने के लिए योग्यता

जो स्टूडेंट्स neet की परीक्षा देना चाहते है, उनके मन में यह सवाल यह जरूर होता है कि मेडिकल क्षेत्र में जाने के लिए आयोजित होने वाली इस प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए eligibility क्या है. ऐसे में सभी स्टूडेंट्स को बता दें कि नीट की परीक्षा देने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए, इसका निर्धारण एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा किया जाता है।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट 2021 पात्रता या मानदंड निर्धारित कर दिए हैं। वे सभी स्टूडेंट्स जो प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे जांच लें कि क्या वे एनटीए द्वारा तय किए गए मानदंडों में फिट हैं। निम्नलिखित मापदंडों/योग्यताओं को पूरा करने वाले अभ्यर्थी NEET UG Exam देने के लिए योग्य हैं:

  • नीट के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स की बायो ग्रुप (PCB) से 10+2 करी हुई होनी चाहिए या इसके समकक्ष।
  • वर्तमान में बायो ग्रुप से 12th कक्षा (10+2) में पढ़ रहे स्टूडेंट्स भी परीक्षा देने के लिए eligible है।
  • अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। इससे कम उम्र के स्टूडेंट्स नीट परीक्षा में भाग नहीं ले सकते है।
  • एनटीए द्वारा कोई अधिकतम आयु सीमा (ऊपरी आयु सीमा) निर्धारित नहीं की गई है यानि 17 वर्ष या इससे ऊपर का कोई भी स्टूडेंट नीट की परीक्षा दे सकता है।
  • भारतीय नागरिकता के साथ OCI & NRIs के बच्चे भी नीट परीक्षा में भाग लेने के लिए आवेदन कर सकते है।

Neet Kaise Kare

नीट कैसे करें, इसका जवाब यह है कि नीट करने के लिए यानि नीट की परीक्षा देने के लिए स्टूडेंट्स को सबसे Neet Entrance Exam के लिए बनी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना है। नीट के लिए NTA की ऑफिसियल वेबसाइट neet.nta.nic.in है और स्टूडेंट्स को इसी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना है। Application form को सिर्फ वही स्टूडेंट्स भरें जो Neet Eligibility Criteria को पूरा कर रहे है।

NEET भारत की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। हर साल NEET आवेदकों की संख्या में बहुत ज्यादा वृद्धि होती है। ऐसे में जो स्टूडेंट्स नीट करना चाहते है यानि नीट की परीक्षा पास करना चाहते है, उन्हें इस प्रवेश परीक्षा की अच्छे से तैयारी बहुत जरूरी है क्योंकि competition बहुत ज्यादा है और मेडिकल कॉलेजों में सीटें कम है।

नीट के लिए तैयारी करने का सबसे सही टाइम 10th करने के बाद शुरू होता है लेकिन स्टूडेंट्स BIO GROUP से 12th करने के बाद भी नीट की preparation स्टार्ट कर सकते है। जो भी स्टूडेंट नीट की preparation शुरू करता है, उसे syllabus के अनुसार ही पढ़ना चाहिए ताकि वो परीक्षा के लिए एक निश्चित समयावधि में अपना maximum output दे सकें।

Neet Ka Exam Kaise Hota Hai

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा मेडिकल कॉलेजों के UG Courses में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाला NEET Exam पेन और पेपर मोड में ऑफलाइन होता है। इस परीक्षा को आयोजित करने के लिए देशभर में विभिन्न जगहों पर परीक्षा सेंटर बनाए जाते है। स्टूडेंट्स इन सेंटर्स पर जाकर ऑफलाइन नीट का एग्जाम देते है।

नीट का entrance exam साल में एक बार आयोजित होता है और इसकि अवधि 3 घंटे की होती है। स्टूडेंट्स को OMR Sheet दी जाती है जिसमें blue या black ballpoint pen से प्रश्नों के सही उत्तरों को मार्क/टिक करना होता है।

नीट का पेपर कैसा होता है

NEET की तैयारी करने वाले सभी स्टूडेंट्स को NEET परीक्षा के पेपर का पैटर्न पता होना चाहिए, जो उन्हें परीक्षा के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद कर सकता है। NEET प्रवेश परीक्षा 3 घंटे की समय अवधि के साथ आयोजित होने वाली एक ऑफ़लाइन परीक्षा है।

NEET के पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) से कुल 180 MCQ पूछे जाते हैं। प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का होता है और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटा जाता है।

Subject Wise प्रश्न और मार्क्स को स्टूडेंट्स नीचे दी गई टेबल से समझ सकते है:

SubjectNo. of QuestionsMarks
Physics45180
Chemistry45180
Zoology45180
Botany45180

नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र (पेपर) कुल 13 भाषाओं में पूछा जाता है जो यह है: अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, मलयालम, कन्नड़, मराठी, ओडिया, तमिल, तेलुगु, उर्दू और पंजाबी।

नीट परीक्षा के पेपर में प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का है और प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए 4 options होते है। किसी भी प्रश्न के उत्तर के लिए सही ऑप्शन का चयन करने पर 4 अंक मिलते है जबकि गलत उत्तर देने पर 1 अंक काटा जाता है यानि नीट प्रवेश परीक्षा के पेपर में नेगेटिव मार्किंग होती है।

NEET-UG 2021 के updated exam pattern के अनुसार नीट का पेपर ऐसा होता है:

  • नीट के पेपर में 180 की बजाय 200 प्रश्न होंगे जिसमें स्टूडेंट्स को सिर्फ 180 प्रश्नों का उत्तर देना है यानि 180 Questions ही answers के लिए applicable है।
  • परीक्षा को OMR SHeet पर कराया जाता है।
  • प्रत्येक सब्जेक्ट से 45 की बजाय 50 प्रश्न पूछे जाएंगे हालांकि स्टूडेंट्स को सिर्फ 45 प्रश्नों का ही उत्तर देना है।
  • प्रत्येक सब्जेक्ट के प्रश्न दो सेक्शन में बंटे होंगे यानि Section A और Section B. Section A में 35 प्रश्न होंगे और Section B में 15 प्रश्न होंगे। स्टूडेंट्स को Section B में सिर्फ 10 प्रश्नों का जवाब देना होता है।

NTA द्वारा उत्तर कुंजी जारी करने के बाद अगर किसी प्रश्न के एक से ज्यादा उत्तर पाए जाते है तो सभी स्टूडेंट्स को उस प्रश्न के लिए 4 मार्क्स दिए जाएंगे हालांकि इसके लिए यह जरूरी है कि स्टूडेंट ने उस प्रश्न को attempt किया हो। प्रश्न के unanswered या unattempted होने की स्थिति में कोई मार्क्स नहीं दिए जाएंगे।

NEET का एग्जाम कितनी बार दे सकते है

नीट में कितने चांस मिलते है या नीट की परीक्षा कितनी बार दे सकते हैं, यह नीट से जुड़े सवालों में सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल है क्योंकि यह एक बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है और अभ्यर्थियों को इसके बारे में जानना जरूरी है ताकि अगर कोई अभ्यर्थी किसी attempt में परीक्षा पास नहीं कर पाए तो जान सकें कि वो अन्य attempt कितनी बार दे सकता है।

सभी स्टूडेंट्स को बता दें कि स्टूडेंट्स नीट परीक्षा को जितनी बार चाहें, उतनी बार दे सकते हैं यानि NEET प्रयासों की कोई सीमा नहीं है।

इससे पहले स्टूडेंट्स के लिए NEET के 3 attempts थे लेकिन NTA द्वारा नीट 2021 के लिए जारी विवरणिका के अनुसार नीट में भाग लेने के लिए प्रयासों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उम्मीदवार जितनी बार चाहें, नीट प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित हो सकते हैं। हालांकि इस बीच उन्हें अन्य NEET पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा।

इसके अलावा NTA द्वारा नीट प्रवेश परीक्षा देने के लिए ऊपरी आयु सीमा को भी प्रयासों की संख्या के साथ नीट पात्रता मानदंड से हटा दिया गया है। इसका अर्थ है कि 17 साल या इससे अधिक उम्र के स्टूडेंट्स ऊपरी आयु सीमा (maximum age limit) की चिंता किए बिना जितनी बार चाहें, उतनी बार neet exam को attempt कर सकते है।

नीट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए

Neet UG Exam की तैयारी करने की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स या इसकि तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के मन में यह प्रमुख सवाल जरूर उठता है कि neet me kitne marks chahiye या mbbs ke liye neet me kitne marks chahiye क्योंकि ये अंक ही यह तय करेंगे कि किसी स्टूडेंट को सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलेगा या नहीं।

सामान्यत: सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स को नीट में कम से कम 560 अंक या इससे ज्यादा अंक प्राप्त करने जरूरी है अन्यथा वो किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं ले पाएंगे। हालांकि यह कोई फिक्स नहीं है, हर साल इसमें परिवर्तन आता है। इसके साथ अलग-अलग वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए कट ऑफ अलग होती है। ऐसे में यह भी होता है कि कई बार कम अंकों वाले छात्र को एडमिशन मिल जाता है जबकि उससे अधिक अंक वाले छात्र को एडमिशन नहीं मिल पाता है।

जो भी छात्र नीट की परीक्षा देता है, उसका लक्ष्य होता है कि उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज से MBBS या BDS कोर्सेज में प्रवेश मिल सकें। भारत के कुल 272 सरकारी कॉलेजों में MBBS के लिए 41388 सीटें है। सभी सरकारी कॉलेजों में MBBS Admission के लिए हर साल अलग-अलग केटेगरी के लिए अलग-अलग मार्क्स रहते है।

ऐसे में इस प्रश्न ‘नीट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए’ का पहले से निश्चित कोई उत्तर नहीं है लेकिन इतना जरूर है कि स्टूडेंट्स को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए कम से कम 560 से ऊपर मार्क्स लाने पड़ेंगे। हालांकि यह भी categories wise अलग-अलग है, इसके लिए आप निम्न टेबल से पूरी जानकारी पा सकते है।

CategoryNeet Cut Off / Marks (Range)
General
OBC
SC/ST
Govt Medical College (MBBS Cut Off, Neet 2020)

जो स्टूडेंट्स MBBS और BDS में एडमिशन के लिए आवश्यक मार्क्स नहीं ले पाते है, वो BHMS, BAMS, BUMS, BSMS जैसे मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश ले सकते है या फिर नीट परीक्षा को दोबारा दे सकते है। इसके अलावा कम नंबर वाले स्टूडेंट प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश ले सकते है।

भारत में कुल 260 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज (Deemed Universities के साथ) है जिनमें MBBS के लिए 35,540 सीटें है। प्राइवेट मेडिकल में mbbs में admission के लिए अलग-अलग वर्ग की निम्न कट ऑफ रही है।

CategoryNeet Cut Off for MBBS Admission
General
OBC
SC/ST
Private Medical College (MBBS Cut Off, Neet 2020)

नीट का कोर्स कितने साल का होता है

ध्यान दें कि नीट एक प्रवेश परीक्षा है। ऐसे में नीट कितने साल का होता है, यह सवाल पूछने का कोई तुक नहीं बनता है लेकिन इस प्रश्न से आपका अर्थ है कि नीट को पास करने के बाद जो मेडिकल कोर्स करवाए जाते है, उनकी अवधि कितनी होती है यानि वो मेडिकल कोर्स कितने साल के होते है तो इसका उत्तर आप नीचे दी गई टेबल से देख सकते है।

Name of the CourseDuraction
MBBS5 Years
BDS5 Years
BHMS5 Years
BAMS5 Years
BUMS5.5 Years
BSMS5 Years
BSc Nursing4 Years

सामान्यत: लोग नीट को MBBS करने के लिए ही एक प्रवेश परीक्षा समझकर ही ये प्रश्न पूछते है कि नीट का कोर्स कितने साल का होता है तो उन्हें बता दें कि NEET पास करने के बाद किए जाने वाले अधिकतर कोर्स 5 साल की अवधि के होते है।

नीट पास होने के बाद क्या होता है

नीट की परीक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स को विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में कोर्सेज जैसे MBBS, BDC etc. में एडमिशन के लिए counselling के प्रोसेस से गुजरना पड़ता है।

कॉउंसलिंग के द्वारा स्टूडेंट्स को उनके नीट परीक्षा में प्रदर्शन और भरी गई पसंद/प्राथमिकताओं के अनुसार सीट आवंटित की जाती है।नीट काउंसलिंग एनटीए द्वारा आयोजित नहीं की जाती है। एनटीए की भूमिका नीट परीक्षा को आयोजित करने और इसका रिजल्ट जारी करने तक होती है।

विभिन्न counselling authorities के द्वारा अभ्यर्थियों को उनकी रैंक एवं वरीयता के अनुसार Central, State या AYUSH मेडिकल कॉलेजों में से कॉलेज आवंटित किया जाता है। अभ्यर्थियों द्वारा एडमिशन फीस का भुगतान करने और कॉलेज में अपने लिए एक सीट आरक्षित करने के बाद प्रवेश/एडमिशन की पुष्टि हो जाती है।

अगर आपका नीट से कोई सवाल है या आपको इनमें से कोई प्रक्रिया समझ नहीं आई है तो इस संबंध में आप नीचे दिए कमेन्ट बॉक्स में सवाल पूछ सकते है। जो स्टूडेंट्स नीट परीक्षा को पास नहीं कर पाते है, वो नीट को दोबारा दे सकते है यानि reattempt कर सकते है या मेडिकल एवं अन्य क्षेत्रों के कोर्सेज में प्रवेश ले सकते है।

FAQs related to NEET Exam

नीट में कितने परसेंट चाहिए?

किसी अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स को कम से कम 50th Percentile या 650 से अधिक मार्क्स चाहिए हालांकि यह आंकड़ा हर category के अनुसार अलग-अलग होता है।

नीट के पेपर कैसे होते हैं?

नीट का पेपर पेन और पेपर के द्वारा OMR Sheet पर ऑफलाइन मोड में आयोजित कराया जाता है।

नीट की फुल फॉर्म क्या होती है?

नीट की फुल फॉर्म National Eligibility Entrance Test (NEET) होती है. हिन्दी में इसे ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा’ कहते है।

नीट कितने साल का होता है?

नीट परीक्षा पास करके किए जाने अधिकांश कोर्स 5 साल के होते है।

नीट की परीक्षा कितनी बार दे सकते हैं?

Neet की परीक्षा देने के लिए attempts की कोई लिमिट या संख्या नहीं है यानि स्टूडेंट्स जितनी बार चाहें, उतनी बार नीट की परीक्षा दे सकता है।

आशा करते है कि आपको neet kya hai full information in hindi का हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपका नीट से जुड़ा कोई भी प्रश्न है तो आप हमसे कमेन्ट बॉक्स में बेझिझक पूछ सकते है। हमारी टीम के द्वारा आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

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4 thoughts on “नीट क्या है कैसे करें – Neet Full Form in Hindi”

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गुरुवार, 8 सितंबर 2022

IIT

12वीं के बाद आईआईटी कैसे करें?
इन कोर्स में एडमिशन लेने वाले छात्रों को रिसर्च इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग करने का भी मौका मिलेगा. इसमें 12वीं पास छात्र डायरेक्ट अप्लाई कर सकते हैं. देश की टॉप IITs में एडमिशन के लिए हर साल लाखों की संख्या में छात्र JEE की परीक्षा में हिस्सा लेते हैं. इसके बाद भी केवल 5 से 10 फीसदी छात्रों को ही IIT में एडमिशन मिलता है.
10-Aug-2022


आईआईटी
 में प्रवेश पाने के लिए GEN/OBC उम्मीदवारों के 12वीं कक्षा में न्यूनतम 75% कुल अंक होना चाहिए। जबकि SC/ST/PWD श्रेणी उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम अंक 65% है। उम्मीदवारों को योग्यता परीक्षा के Top 20 केटेगरी पर्सेंटाइल के भीतर होना अनिवार्य है। फिर आपको JEE Main और Advanced परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
04-Jul-2022

बुधवार, 7 सितंबर 2022

40 के बाद का जीवन कैसा होता है?

४० साल के बाद जिम्मेदारी से भरा हुआ जीवनआरंभ हो जाता है । बच्चो की जिम्मेदारी संबध निभाने की जिम्मेदारी । आगे बढने से पहले एक पढी बात साझा करना चाहता हूं

"आप ४० साल की आयु तक जितनी बचत कर सकते हैं कर लीजिए उसके बाद बचत होना कठिन है "।

यह कथन सही है ।यह धन को लेकर है । बच्चे बड़े व उनका केरियर फिर सेटलमेंट फिर शादी जैसे खर्च एकदम से आते हैं जो पहले की हुई बचत केआघार पर सुगम या कठिन होते हैं ।

अब शारीरिक क्षमता में क्षरण होने लगता है ,अनुभव काम आता है । संबंधो में पारदर्शिता आ जाती है । रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है तो खानपान पर संयम करना आरंभ हो जाता है । परिपक्वता आने से काम करने के तरीके में सुधार आता है पर काम करने की गति हो सकती है कम हो जाय ।शरीर की लोच में कमी, यौन संबंध के प्रति ललक कम,और आत्म सम्मान के प्रति जागरूक हो जाते हैं। अपने कंधों पर इतना बोझ आ जाता है कि दिन रात चिंता बनी रह सकती है ।‌

जवानी का अंतिम छोर होता है बुढापा सामने खडा नजर आता है पर मन कहता है_

"अभी तो मैं जवान हूं "।😀😀😀

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भारत में एक व्यक्ति को न्यूनतम कितने पैसे कमाने चाहिए?

भारत में कम से कम किसी भी व्यक्ति को दिन में ₹500 रूपए कमाने चाहिए। महीने में अमूमन 23 दिन व्यक्ति काम करता है।

₹500*23 = ₹11,500

3000 किराया

5000 खाना

1000 कपड़ा

1000 दवाई

500 मोबाइल

1000 पेट्रोल

और अगर कुछ बचाना हो तो ज्यादा कमाना होगा।

ये सिर्फ कुंवारे लोगों के लिए है।

अगर शादी होती है और पत्नी गृहणी बनती है तो दिन का ₹300 और जोड़ लीजिए।

क्या एक बेरोजगार होने के बजाय छोटी सी दुकान खोल लेना सही नहीं है?

ऐसा है साहब मनचाही नौकरी तो फिर भी मिल जाती है किंतु व्यवसाय अथवा दुकान खड़ी करना और फिर उसे चलाना बेहद टेढ़ी खीर है और यह हर कोई नहीं कर सकता ।

इसके लिए पेशंस लेवल बहुत हाई चाहिए और मेहनत बहुत ज्यादा । सौ तरह के लोगों को सम्हालना आना चाहिए और सौ तरह की बातें करते आना चाहिए तब आपके सफल होने की संभावना बनती है ।

आजकल ऑनलाइन मार्केट के चलते रिटेल में काफी फर्क पड़ा है पुराने वक्त में मार्जिन हाई रहता था आजकल बहुत थोड़ा मार्जिन निकलता है ।

आप दुकान तो खोल लोगे किंतु समान खरीदेगा कौन ? चाहे किराने की दुकान खोलिए या स्टेशनरी की ही या फिर सोने गहने की ही अगर छोटे दुकानदार हैं या बड़े भी तो भी उधारी चलती रहेगी ।

हम नौकरी पेशा लोगों की एक तारीख को सैलेरी छुट्टी होने पर देर से आए तो बेचैन हो जाते हैं , जाने व्यापारियों दुकानदारों को रात को नींद कैसे आती होगी ? सोचिए हजारों लाखों की उधारी देनदारी होती है ।

कोई भी व्यवसाय करने के लिए बर्फ की सिल्ली सर पर रखनी होती है ।

नौकरी में तो फिर भी बॉस से झगड़ लो और टाटा बाय बाय कर लो ।

खुद के व्यवसाय में किस किस से झगड़ा करोगे ?

आखरी बात जिससे आठ नौ घंटे की नौकरी नहीं हो रही उससे बारह घंटे दुकान में बैठा जाएगा या व्यवसाय होगा ऐसी उम्मीद लगाना उचित नहीं है ।

हां कुछ लोग नौकरी की अपेक्षा व्यवसाय में सफल होते हैं किंतु यह वह लोग हैं जिन्हें मालूम है कि अब व्यवसाय में सफल होने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है , इनमें लगन होती है और यह मेहनत भी करते हैं ।

क्योंकि बिल्ली के भाग से छींका फूटा नहीं करता , बगैर मेहनत किए न खेत में फसल होती है और न व्यवसाय में आय ही ।

सभी व्यापारी मित्रों को समर्पित ।