एक गांव में एक राजा था। जिसके पास एक घोड़ा था राजा उस घोड़े से बहुत प्यार करता था
लेकिन उस घोड़े में एक कमी थी। उसे खाने के लिए बहुत ज्यादा चाहिए होता था उससे राजा दुखी हो जाता था,
क्योंकि हर थोड़ी देर में वो घोड़ा भूखा हो जाता था। राजा ने मंत्री को बुलाया और उसे कहा यदि इस घोड़े को कंट्रोल नहीं किया गया तो ये हमारा राज्य का सारा खाना खा जायेगा और राज्य बर्बाद हो जाएगा राज्य में अकाल पड़ जाएगा राजा ने मंत्री से कहा अब इस घोड़े को तुम्हे कंट्रोल करना ही होगा यदि तुम ऐसा नहीं कर पाए तो तुम्हे मंत्री पद से हटा दिया जाएगा। मंत्री ने राजा की बात सुनी और उस घोड़े को कंट्रोल करना शुरू कर दिया। मंत्री जब भी उसे कुछ खाने को देता वो कुछ ही देर में फिर से भूखा हो जाता
और खाना न देने पर जोर जोर से चिल्लाता। ये सिलसिला एक सप्ताह तक चला लेकिन मंत्री घोड़े को कंट्रोल नहीं कर पाया। मंत्री उदास होकर एक पेड़ के नीचे बैठ गया और दुखी होने लगा की अब मुझे मंत्री पद से हटा दिया जाएगा तभी उस रास्ते से एक साधु वहा पर आते है,और मंत्री से कहते हैं क्या हुआ तुम काफी परेशान लग रहे हो। तभी मंत्री पूरी बात बताते हैं तब साधु कहता है बस इतनी सी बात, मैं उस घोड़े को आसानी से काबू में कर सकता हू। चलो मुझे लेकर चलो साधु घोड़े के पास जाता है जो एक हाथ में खाना और एक हाथ में डंडा लिए होता है, पहले वो घोड़े को 2 बार खाना देता है और जब घोड़ा कुछ ही देर में फिर से तीसरी बार खाने के लिए चिल्लाता है तब उसे साधु डंडे की मार लगता है घोड़े को दर्द होता है और वह भाग जाता हैं। कुछ घंटे बाद घोड़ा फिर से खाने आता है साधु फिर से उसे 2 बार खाना देता हैं और तीसरी बार में फिर से जोरदार मार लगाता है घोड़ा फिर से डर जाता है अब घोड़ा फिर से आता हैं और 2 बार खाने के बाद वो मार पड़ने से पहले ही भाग जाता है क्योंकि घोड़े को समझ आ जाता है अब फिर से मुझे मार पड़ने वाली है और ऐसा करते करते कुछ ही महीनों में साधु उस घोड़े को पूरी तरह सुधार देता है और अब वो दिन में सिर्फ 3 बार ही खाना खाता है
दोस्तों घोड़े की उस खराब आदत के पीछे राजा का ही हाथ था। क्योंकि राजा उससे प्यार करता था और उसे थोड़ी सी भूख लग ते ही तुरंत खाना दे देता था वैसे ही राजा की जगह आप हो और उस घोड़े की जगह आपका मन आपका मन आपसे दिन भर कुछ न कुछ मांगता हैं।। की गेम खेल लो,किसी से बात कर लो, फालतू वीडियो देख लो, बाहर घूम लो या नशा कर लो। और आप मन को वह चीज तुरंत दे देते हो इस लिए उस घोड़े की तरह आपका मन बेकाबू हो चुका हैं अब आप खुद सोचो अगर यही हाल रहा तो भविष्य में आपके साथ क्या होगा? आपका घोड़ा आपके पूरे राज्य(लाइफ) को बर्बाद कर देगा और उसके जिम्मेदार सिर्फ आप होगे क्या आप जानते हो 99% लोग जन्म लेते है और सारी उम्र रोते रोते गुजर देते है और मुझे इनके दुखी रहने पर थोड़ी भी दया नही आती अब आप मेरे लिए सोचिंगे की ये व्यक्ति कितना कठोर हू, लोगो के दुख से भी इसे फर्क नहीं पड़ता तो एक बात सोचो जीवन सबको मिला है लोग अपने मन के मुताबिक आंखे बंद करके चलते हैं तो अंत में दुखी होते है, की मेरी किस्मत खबर है इनकी किस्मत नहीं इनकी आदत खराब है इन्होंने हमेशा अपने मन की बात मानी है कभी अपने घोड़े (मन) को ज्यादा खाने से नहीं रोका तो इसमें उनकी खुद की गलती हैं अब यदि अपने हर समय मन को उसकी पसंद की चीज देने पर रोक नहीं लगाई तो आप भी जीवन के अंत में उन 99% लोगो के शामिल हो जाओगे, जीवन में कुछ बड़ा करना है तो आपको 1% लोगों में शामिल होना होगा, इतिहास उठा कर देख लीजिए दुनिया वही लोग बदलते है जो खुद पर कंट्रोल करते है मन को काबू में करने के लिए अब आपको ये करना होगा कि आप घोड़े को खाना देना कम कीजिए आपको छोटे छोटे नियम बनाने होंगे अभी घोड़ा हर थोड़ी देर में खाना मांग रहा है तो आपको उसे समझना होगा कि ज्यादा खाना तेरे लिए सही नहीं है यदि वो हर 1 घंटे में 10 बार खाना मांग रहा है तो उसे केवल 8 बार ही खाना दीजिए।
उदाहरण, अगर आप दिन के 24 घंटे बर्बाद कर रहे हो तो 1 नियम बनाइए की आज से हर हाल में 1 घंटा ईमानदारी के साथ काम, पढ़ाई करूंगा जब आप 1 घंटा किसी काम को देना शुरू करोगे तो मन में आयेगा काम छोड़ मोबाइल चला, उससे बात कर, ये काम जरूरी है, वो काम जरूरी हैं,
और भी बहुत से विचार आपके दिमाग में आयेंगे उस वक़्त आपको खुद से कहना है अभी 1 घंटा तो मे अपने इस काम को देकर रहूँगा अभी तो में किसी हाल में नहीं उठने वाला, आपका मन (घोड़ा) थोड़ी देर में फिर आपसे कहेगा चल अब बाद में काम/पढ़ाई कर लेना लेकिन आप फिर से उससे बही कहना अभी नहीं 1 घंटे बाद जब आप मन को 4-5 बार मन को साफ मना कर दोगे (घोड़े की पिटाई) की नहीं अभी नहीं तो मन समझ जायगा की अब चुप रहने में ही भलाई है और वो आपके काम मे आपका साथ देना शुरू कर देगा, इस तरह आप धीरे-धीरे मन पर काबू पाना सीख जाओगे और मन (घोड़ा) अपनी बात मानना शुरू कर देगा,यदि आपको 1 घंटा भी ज्यादा लगता है तो 30 मिनट और भी ज्यादा लगता है तो 15 मिनट उस काम को कीजिए जो आपके लिए जरूरी है। और यदि मन किसी दूसरे काम को करने के लिए कहें तो उससे कहना बाद में मिलते है अभी में इस काम को करें बिना कुछ नहीं करूंगा
इसी तरह आप मन पर काबू पाना सीख जाओगे और यदि आप इसकी प्रेक्टिस हर दिन करोगे तो कुछ समय बाद आपका खुद पर इतना काबू हो जायगा कि आप दुनिया के महान लोगों में शामिल हो जाओगे, आप जिस भी समय इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं जाओ और 15 से 30 मिनट एक काम को लो और उसे पूरा करके देखो इससे आपको असली खुशी मिलेगी और आपका confidence भी बढ़ेगा कि मे कुछ कर सकता हूं यदि अपने इस पोस्ट को एकदम ध्यान से पूरा पढ़ा है तो मे दावा कर सकता हूं आप थोड़ा सा ध्यान दोगे तो अपने मन को आसानी से काबू कर लोगे क्योंकि ये पोस्ट इतनी बड़ी है, कि केवल इसे वहीं लोग ही पढ़ेंगे जिनमे ˈपेश्न्स् और ध्यान की कमी नहीं है।
दोस्तों आज का यूथ गलत दिशा मे आगे बढ़ रहा है यदि आप इस पोस्ट को शेयर करेगें तो इसे पढ़कर बहुत से लोगों को सही रास्ता! और हिम्मत मिलेगी, आपके एक शेयर करने से बहुत से लोगों की मदद होगी इसीलिये इस पोस्ट को जरूर शेयर करे आपके शेयर करने में कोई पेसे नहीं लगेगें लेकिन आपके शेयर करने से किसी के जीवन मे बदलाव जरूर आएगा, इसलिए इस पोस्ट को तुरंत शेयर करें और आज के यूथ को सही मार्गदर्शन देने में मेरी मदद करे यदि इस पोस्ट से थोड़ी भी मदद हुई होगी तो लाइक जरूर करे ! मुझे बहुत खुशी मिलेगी, कि मेरी पोस्ट से आपकी कुछ मदद हो रहीं हैं और इसी तरह बेहतरीन पोस्ट हर रोज पढ़ने के लिए हमारे पेज को अभी के अभी फॉलो करें
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