कॉस्मेटिक की दुकान।
जी हाँ इससे बेहतर विकल्प ढूँढना शायद मुश्किल है।
पर इसमें महिलाओं के मेकअप के सामान के साथ साथ उनके जरुरत की हर चीज होनी चाहिये।
ये देखिये ये सब।
जिससे किसी दूसरी जगह जाने की जरुरत ना पड़े।
और यदि इस दुकान को कोई महिला चलाती है, तब तो उसकी कमाई 40–50% ज्यादा ही होती है, पुरुषों की अपेक्षा।
क्यूँकि महिलाओं को आपस में बात करने में हिचकिचाहट नहीं होती हैं। और वो अच्छी सलाह देती हैं प्रोडक्ट्स के बारे में।
इन्सान नहीं भी खरीदना चाहे तो भी उनके नर्म स्वभाव के कारण कुछ ना कुछ ले ही लेता है।
आप सोच भी नहीं सकते हैं इस दुकान से कितनी कमाई की जा सकती है।
दो साल पहले हमारे घर के पास मार्केट के एक कॉमप्लेक्स मे एक कॉस्मेटिक की शॉप खुली थी। वो शॉप कॉमप्लेक्स में काफी पीछे की तरफ थी, और छोटी सी शॉप थी।
ठीक से 8–10 लोग खड़े भी नहीं हो सकते थे पर फिर भी जो भी उसपर एक बार भी गया तो वो वहां का रेगुलर कस्टमर बन ही जाता। उन दीदी के नर्म स्वभाव के कारण उन्हें कस्टमर को डील करना बखूबी आता है।
और 6 महीने बाद ही उन्होंनें उसी में बुटीक भी खोल लिया। तीन लड़कियों को और काम पर रख लिया।
लगभग 1 साल ये सब करने के बाद मार्केट में एक नई शॉप खरीद ली बड़ी सी। ये करना आसान नहीं होता है वो भी मार्केट के अन्दर। जमीन के भाव असमान पर होते हैं।
अब आप सोच सकते हैं, कितनी कमाई होती है इसमे?
पर ये सब देख के हमें बहुत हैरानी हो रही थी कि एक छोटी सी शॉप में कोई इतना कैसे कमा सकता है।
हमनें पता करने की कोशिश कि क्या फंडा है, तो मेरी एक फ्रैंड (जो लोटस, शहनाज हुसैन और नेल्फ जैसे ब्राण्ड की थोक विक्रेता हैं) ने बताया कि इन सभी ब्रांड का समान इन्हें केवल 30–40% में ही मिलता है और उसमें भी 5 पैक के साथ एक टेस्टर भी मिलता है।(ग्राहक को दिखाने के लिए )। पर ये किसी भी ग्राहक को देते नहीं बल्कि उसे भी बेच देते हैं।
और ये उसे एम.आर.पी. से 10% डिस्काउंट पर बेच देते हैं वो भी ग्राहक को अपना रेगुलर कस्टमर बता कर।
और जो लोकल ब्राण्ड का सामान होता है उसमे तो कोई रोक टोक नहीं होती एम.आर.पी. भी इतना अधिक होता है, कि जितने जिससे ले पाओ।
मैनें एक दिन उनसे पुछा- आपकी लगभग दिन में कितनी बिक्री हो जाती है उन्होनें बताया लगभग 4000–5000।
और शादी के शीजन में लगभग 8000 -9000तक।
ये केवल उनकी शॉप का है।
तो अगर बुटीक का भी मिलाए तो लगभग 3–4 हजार का काम तो जरूर ही होता होगा जरूर ही दिन में।
तो एवरेज देखा जाये तो लगभग 11,000 रोज का। इनकी लागत मुस्किल से 3000 बाकी बचत ही है।
क्यूँकि 2–3 रूप में मिलने वाला सामान 10–12 रूप में बेचा जाता है।
तो इस हिसाब से 8000×30 =2,40,000
ये लगभग 1 महीने का हिसाब होता है। और रोज का रोज आपकी कमाई बढ़ती ही रहती है।
हाँ पहले थोड़ी मेहनत जरूर करनी पड़ती है कस्टमर बढ़ाने में।
एम.आर.पी. से कम में सामान देना पड़ता है स्वभाव को बहुत नर्म रखना पड़ता है, पर इससे कस्टमर बहुत तेजी से आकर्षित होते हैं।
धन्यवाद।
अधिक जानकारी के लिये फॉलो कर सकतें हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें