मुझे नहीं पता जो मै लिख रही हूं वो कितना सही है क्युकी ज्यादा तर्क नहीं है मेरे पास लेकिन जो लिख रही हूं वो रोज मुझे परेशान करती है और मै एक बार तो रोज़ सोचती हूं कि कहीं भारत मुसीबत में तो नहीं .. और आपके सवाल और मेरे जवाब से मुझे समझने में मदद मिलेगी की, क्या सही है ?
सरकार की तरफ से कुछ न कुछ फ्री में देने की बात कही जाती है ,ये लोग हमें मुफ्त का लालच क्यू देते है ? क्या ये लोग हमें गुलाम बनाना चाहते है या देश को कंगाल ? सरकार के पास इतना पैसा है तो वो बरोजगार को नौकरी क्यू नहीं देते ? छोटे छोटे गांवो में छोटी छोटी कम्पनी क्यू नही लगाते?
अगर हमारी माली हालत ठीक नहीं है तो कोई वयक्ती पैसा देकर मदद करता है और दूसरा नौकरी देकर ! पैसा देने वाले ने तो अपना कर्जदार बना दिया लेकिन जिसने नौकरी दी उसने तो स्वाभिमान के साथ पैरों पर चलना सीखा दिया !
अब सरकार क्या कर रही है ? ये जनता समझ सकती है ! अगर सरकार छोटे - छोटे निवेश करके गांव के लोगो को नौकरी दे तो इंडिया तरक्की भी करेगा और लोग खुश भी रहेंगे कि उन्हें उन्हीं के एरिया में नौकरी मिल गई ! ये लोग made in india कहते हैं लेकिन इंडिया को made करने के लिए सेट करना पड़ेगा ! ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है ! बड़ी - बड़ी कंपनी को ही मौका मिल रहा है तरक्की का !
इतने हाईवे बन रहे है, अगर इनको गांवो में बने माल को देश के बड़ी मार्केट से जोड़ने का जरिया बनाया जाए तो ये सोने पे सुहागा होगा ! और भी बहुत कुछ है जिससे देश तरक्की करेगा ! लेकिन केवल वोट के लिए मुफ्तखोर बनाना कहा तक सही है !
ये मेरी अपनी राय है अगर इस राय से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो माफी चाहती हूं!
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