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मंगलवार, 11 अगस्त 2020

भारत में लोग ज्यादा पैसा क्यों नहीं कमा पाते है ? क्या भारत में करोड़पति बनना मुश्किल है ?

 भारत में करोड़पति बनने के लिए तीन वर्ग है -

  • पॉलिटिक्स
  • फिल्म इंडस्ट्री वाले
  • बिजनेस करने वाले या एंटरप्रेन्योर

इसके अलावा भी कुछ लोग मिल जायेंगे पर इनमे से ज्यादातर के बाल या तो सफ़ेद हो चुके होंगे या फिर पूरी फसल ही साफ़ हो चुकी होगी। जैसे डॉक्टर । पर ऐसे बने तो बच्चों के लिए बनेंगे अपने लिए नही और मज़ा तो अपने लिए बनने में है; क्यों?

कुछ लोग सोच सकते है कि लेक्चर देना आसान है पर करना मुश्किल । जी करना मुश्किल है - असंभव नहीं !


अब आते है आपके प्रश्न पर -

तो भारत में लोग ज्यादा पैसा क्यों नहीं कमा पाते -

१. आप किसी भी युवा से पूछिए , 95 % युवा वर्ग को नेता बनने में कोई दिलचस्पी नहीं । हमारे देश की राजनीति इतनी दूषित है कि नेता शब्द विद्यालय में उन बच्चो को संज्ञा दी जाती है जो आवारा और लफंगे टाइप के हो जाते है ।

तो जाहिर सी बात है , किसी भी पढ़े लिखे व्यक्ति को नेता बनने में खाक दिलचस्पी होगी ।

२. फिल्म इंडस्ट्री में आप तभी जा सकते है जब आपके पास टैलेंट के साथ किस्मत हो , या फिर आपके पिता श्री एक डायरेक्टर हों । नेपोटिज्म तो अपनी बॉलीवुड की पहचान है ।


तो एक आम भारतीय युवा के लिए तो ये दो करोडपति बनाने वाले वर्ग बंद ही समाझिए । अब आते है तीसरे पे -

एक तो हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था के क्या कहने , एंटरप्रेन्योर बनना तो छोड़ दीजिए , यहां बच्चो को इस शब्द का सही उच्चारण भी नहीं पता । ( जो है - अंट्रा -पेन्य) , यहां बच्चो को सिर्फ डॉक्टर , इंजिनियर और आईएएस अफसर बनाने के लिए पैदा किया जाता है ।

अब आप ही बताइए जब पांच लाख बच्चे 12000 सीट के लिए एग्जाम देंगे (IIT) तो ये तो जाहिर सी बात है चार लाख अट्ठासी हज़ार बच्चों के हाथ निराशा लगेगी !

और घूम फिर के ये बच्चे किसी मल्टीनेशनल कंपनियों में 15000 रुपए की 9–5 वाली जॉब करने लगते है । और जो IIT निकाल ले वो करोड़पति थोड़े ना बन जाते हैं । IIT बॉम्बे जो भारत की टॉप IIT है उसकी एवरेज प्लेसमेंट 9 लाख सालाना है । भाई इससे जायदा तो यहां चाय और पकोड़े वाले कमा लेते हैं ।


तो करोड़पति बनता कौन है ?

करोड़पति वो बनता है , जिसमें रिस्क लेने की हिम्मत होती है । कोई रिस्क ना लेना ही जिंदगी का सबसे बड़ा रिस्क है । जो अपने सपनों के पीछे भागते है ना कि इस समाज के उम्मीदों पे खरे उतरने का प्रयास करते हैं ।

अगर आपको लगता है ये बाते सिर्फ अमेरिका और लंदन जैसे विकसित जगहों पर लागू होते है तो ये बात ध्यान रखें -

  • अगर धीरूभाई अम्बानी ने पेट्रोल पंप की नौकरी नहीं छोड़ी होती तो ना रिलायंस होता ना मुकेश अंबानी ।
  • अगर नारायण मूर्ति ने पाटनी कंप्यूटर्स की अपनी नौकरी नहीं छोड़ी होती तो क्या आज इंफोसिस का कोई वजूद होता?
  • अमिताभ बच्चन ने भी पहले शॉ वॉलेस और बाद में बर्ड एंड को नाम की एक शिपिंग कंपनी में काम किया, अगर उन्होंने भी अपने दिल कि आवाज़ नहीं सुनी होती तो भला भारत को कहाँ मिलता इतना बड़ा महानायक?

आशा करता हूं आप मेरी बात समझ गए होंगे ।

ये उत्तर किसी व्यक्ति विशेष को नहीं टारगेट करता है बल्कि मेरे निजी विचार हैं।

पढ़ने के लिए धन्यवाद ,

सप्रेम ,

ऋषभ :)


सोर्सेस -

1.Advanced 2019: Check Total Number of Seats in IITs for 2019-20 Here | CollegeDekho

2.कभी पेट्रोल पंप पर 300 रुपये की नौकरी करता था ये शख्स, ऐसे बना 62,000 करोड़ की संपत्ति का मालिक

3.Narayana Murthy - Wikipedia

4.73 things you must know about Amitabh Bachchan

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