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सोमवार, 24 अगस्त 2020

कोरोनावायरस महामारी के चलते ऐसी कुछ खबरें क्या हैं जिनसे हमें सुकून और खुशी मिलेगी?

 भारत में 30 सालों में पहली बार 200 किलोमीटर दूर से हिमालय पर्वत दिखाई दे रहा है।[1]

कोरोनवायरस की वजह से 24 मार्च से लागू हुए लॉकडाउन ने देश में प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट की है, जिसके बाद भारत के कुछ हिस्सों में 30 साल में पहली बार 200 किलोमीटर दूर से हिमालय दिखाई दे रहा है। एशियाई पर्वत श्रृंखला पंजाब के जालंधर जिले में दिखाई दे रही है। लोगों ने अपनी छतों से बर्फ की चोटी वाले पहाड़ों की तस्वीरें ली और सोशल मीडिया पर साझा की।

भारत में लगभग 1.4 बिलियन लोगों की आबादी है और पिछले साल IQAir के अनुसार दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में सूची में सबसे ऊपर है। लेकिन सख्त 21-दिवसीय लॉकडाउन का मतलब है कि कम कारें और कम व्यवसाय चालू हैं, और प्रदूषण का स्तर कम हो गया है।

माउंट एवरेस्ट सहित पर्वत श्रृंखला में 110 से अधिक चोटियों पाई जाती हैं, और इसकी ऊँचाई 24,000 फीट है। बर्फीली पर्वत श्रृंखला को अब बादलों के बीच स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

इंडिया टुडे की डेटा इंटेलिजेंस यूनिट की एक रिपोर्ट कहती है,

डेटा से पता चलता है कि औसतन भारतीय शहरों में 16 और 24 मार्च के बीच 115 का AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) था। 21 दिन के लॉकडाउन के पहले दिन से हवा की गुणवत्ता में सुधार दिखाई देने लगा था। औसत AQI पहले तीन दिनों में 75 तक गिर गया।

AQI अगर 50 के भीतर हो तो 'अच्छा' कहलाता है, मतलब वायु प्रदूषण बहुत कम या कोई जोखिम नहीं है, जबकि 51 और 100 के बीच AQI को 'मध्यम' माना जाता है।

जम्मू में 260 किलोमीटर की दूरी से दिखाई दे रहा हिमालय।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि हवा की गुणवत्ता के लिए सुरक्षित सीमा 20mg/m3 से नीचे की पार्टिकुलेट मैटर रीडिंग है। भारत वर्ष के अधिकांश समय में सुरक्षित सीमा की तुलना में पांच गुना अधिक (100mg/m3) की सीमा दर्ज करता है।[2]

संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने संवाददाताओं से कहा,

बर्फ से ढके पहाड़ों को हम अपनी छतों से साफ देख सकते हैं। और इतना ही नहीं, रात में तारे दिखाई देते हैं। मैंने हाल ही में बीते कल में ऐसा कुछ नहीं देखा था।

न केवल सड़कों पर ट्रैफिक नहीं है, बल्कि अधिकतर उद्योग भी बंद हैं। इससे प्रदूषण स्तर को अविश्वसनीय रूप से निम्न स्तर पर लाने में मदद मिली है।

24 मार्च को जब लॉकडाउन लागू किया गया था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था:

भारत के हर नागरिक, आप और आपके परिवार को बचाने के लिए... हर गली, हर मोहल्ले को तालाबंदी के दायरे में रखा जा रहा है।

उन्होंने सभी गैर-आवश्यक व्यवसायों को बंद करने के साथ-साथ स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बंद करने और लगभग सभी सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने सहित उपाय लागू किए थे। अस्पताल और अन्य चिकित्सा सुविधाएं चालु हैं।

भारत में अब COVID-19 के 5,900 से अधिक मामले और 178 मौतों हो चुकी हैं। मामलों की संख्या पर काबू पाने के साथ-साथ अगर कुदरत की यह सुंदरता बरकरार रही तो इससे बड़ी सीख कोई और नहीं हो सकती।

फुटनोट

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